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Water on the Earth in Hindi पानी

Water on the Earth in Hindi पानीwater on the earth

पृथ्वी पर पानी
– पृथ्वी पर लगभग 71% हिस्सा पानी से ढका हुआ है। 1.6℅ पानी जमीन के नीचे है, तथा 0.001℅ वाष्प तथा बादलों के रूप में है।
– पृथ्वी की सतह पर जो पानी है। उसमें से 97% सागरों तथा महासागरों में है जो नमकीन है। जो कि पीने के काम में नहीं आता है।
– पृथ्वी पर सिर्फ 3% पानी पीने योग्य है तथा 2.4% ग्लेशियर तथा उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रुव में ही जमा हुआ है जिस कारण सिर्फ 0.6℅ पानी नदियों झीलों तालाबों में मौजूद है। जिसे हम पी सकते हैं।
– पृथ्वी पर 71% पानी होने के कारण या ब्रहमांड से नीला दिखाई पड़ता है तथा पृथ्वी को नीला ग्रह के नाम से भी जाना जाता है।
– पृथ्वी की जल राशि पांच महासागरों में बंटी हुई है जिनके नाम-
1- प्रशांत महासागर
2- अटलांटिक महासागर
3- हिंद महासागर
4- दक्षिणी महासागर (अंटार्कटिका महासागर)
5- आर्कटिक महासागर

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01- प्रशांत महासागर (PACIFIC OCEAN)
– प्रशांत महासागर पृथ्वी का सबसे बड़ा महासागर है। यह फिलीपींस तट से लेकर पनामा तक 9455 मील चौड़ा तथा बेरिंग जलडमरूमध्य से लेकर दक्षिण अंटार्कटिका तक 10492 मील लंबा है। इसका उत्तरी किनारा केवल 36 मिल का बेरिंग जलडमरूमध्य द्वारा आर्कटिक महासागर से जुड़ा है। इतने बड़े क्षेत्र में फैले होने के कारण यहां पर निवास करने वाले निवासी वनस्पति पशु तथा मनुष्य की रहन-सहन में पृथ्वी के अन्य भागों की‌ अपेक्षा विभिन्न है।
– प्रशांत महासागर की औसत गहराई लगभग 14000 फुट है तथा अधिकतम गहराई लगभग 35400 फुट करीब 1078992 किलोमीटर है, यह गवैम तथा मिडानी के मध्य में है।
– प्रशांत महासागर का कुल क्षेत्रफल लगभग- 165200000 km है।
– यह महासागर एशिया अमेरिका ऑस्ट्रेलिया तथा ओशिनिया के बीच फैला हुआ है।
– प्रशांत महासागर की सतह से 11022 मीटर (36070 फुट) नीचे मरियाना ट्रेंच सबसे गहरा भाग है।

02- अटलांटिक महासागर (ATLANTIC OCEAN)
– यह महासागर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा महासागर है इसके अधिकतम गहराई Puerto reco trench 8376 मीटर (27480 फीट) है, तथा औसत गहराई 3646 मीटर 11992 फीट की लंबाई 111866 km (367014000 फीट) है।
– इस महासागर का क्षेत्रफल लगभग 106500000 km है।
– इस महासागर का आकार 8 जैसा दिखता है।
– इस महासागर में 5 महाद्वीप शामिल है, 1- यूरोप, 2- एशिया 3- अफ्रीका 4- नॉर्थ अमेरिका 5- साउथ अमेरिका
– इस महासागर में बाकी महासागरों के मुकाबले मछलियों की अधिक प्रजाति पाई जाती है।
– अंटार्कटिक महासागर पृथ्वी की 20 फ़ीसदी सतह पर फैला हुआ है यह महासागर उत्तरी ध्रुव में आर्कटिक से लेकर दक्षिण अमेरिका यूरोप तथा अफ्रीका तक फैले होने के कारण इस सागर के ज्वालामुखीओं जीव जंतु तथा समुद्रतट की दुनिया बहुत रहस्यमई है।

03- हिंद महासागर (INDIAN OCEAN)
– हिंद महासागर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा महासागर तथा पृथ्वी की सतह पर उपस्थित पानी लगभग 20% समाहित है। इसकी अधिकतम लंबाई 9600 किलोमीटर (31500000 फिट) जो कि अंटार्कटिका से बंगाल की खाड़ी तक है, तथा इसकी अधिकतम चौड़ाई 7600 किलोमीटर (24900000 फीट) जो कि अफ्रीका से आस्ट्रेलिया तक है। इसका क्षेत्रफल लगभग 70560000km है। इसकी औसत गहराई 3741 मीटर (12274 फीट) है, तथा इसकी अधिकतम गहराई 7258 मीटर (23812 फीट) जो कि जावा ट्रेंच में मौजूद है।
– यह महासागर एशिया अफ्रीका तथा ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप से घिरा महासागर है।
– यह महासागर का नाम हिंदुस्तान के नाम से रखा गया है।

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04 – दक्षिणी महासागर (SOUTHERN OCEAN)
– यह महासागर दक्षिण में स्थित है इस महासागर का दूसरा नाम अंटार्कटिका महासागर है या विश्व का चौथा सबसे बड़ा महासागर है। इसका विस्तार 60° दक्षिण अक्षांश से दक्षिण तक है ,तथा यह संपूर्ण अंटार्कटिका महाद्वीप को घेरे हुए है।
– इस महासागर का क्षेत्रफल लगभग- 20330000km तथा इस महासागर की औसत गहराई 3200 मीटर है, तथा इस महासागर की अधिकतम गहराई 7236 मीटर है।
दुनिया का 90% बर्फ अंटार्कटिका में है, धरती का सबसे ठंडा तापमान अंटार्कटिका में ही दर्ज है या तापमान -128. 6F तक था।

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05- आर्कटिक महासागर (ARCTIC OCEAN)
– यह महासागर विश्व का पांचवा प्रमुख महासागरों में सबसे छोटा है महाद्वीपीय यूएसए के आकार के बारे में लगभग 400 किलोमीटर हैं (2500 मील) लंबा है तथा इसकी चौड़ाई लगभग 2400 किलोमीटर (1500 मील) चौड़ा है।
– आर्टिक महासागर में गहरे पानी का तापमान पूरे वर्ष नहीं बदलता है तथा स्थिर -0. 9°c ( लगभग 30F) जबकि सतह पर पानी -1 से -2 (30-26F) के आस पास होता है, सर्दियों के दौरान यहां की सतह पर पानी जम जाता है लेकिन बर्फ के नीचे का पानी एक ही तापमान पर रहता है।
– इस महासागर का क्षेत्रफल लगभग- 14060000km
– यह प्रशांत महासागर के आकार का लगभग 8% है।water
– आर्कटिक महासागर की औसत गहराई 1038 मीटर है (3406 फीट) है, इस महासागर का सबसे गहरा स्थान यूरेशियन बेसिन में स्थित लाइट डीप है जिसकी गहराई 5450 मीटर (17880 फीट) है।
– आर्कटिक महासागर चारों ओर से एशिया यूरोप तथा उत्तरी अमेरिका महाद्वीप तथा ग्रीनलैंड तथा अन्य द्वीप से घिरा हुआ है।
* गतिशील महासागर- समुंदरों का पानी सदा गतिशील रहता है तेज गति को ज्वार कहते हैं वही कम गति को धारा कहते हैं।
* समुंद्रतल- समुंद्रतल पर भी धरती की तरह पहाड़ तथा गहरी घाटियां पाई जाती है कुछ समुंद्री पर्वत सबसे ऊंचे भू पर्वत से भी ऊंचे होते हैं।
* हवाई स्थित मोनालोआ पृथ्वी के सबसे ऊंचे और शिखर से भी उॅंचा है।

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